बाल रंगमंच आर्ट एंड कल्चरल सोसाइटी बरौनी,बेगूसराय बिहार की स्थापना बाल कलाकारों के उत्थान के लिए किया गया। वर्ष 2013 में एक सरकारी विद्यालय से शुरू हुआ नाट्य कार्यशाला अब तक लगभग 50 से अधिक निजी विधालय/सरकारी विधालय गांव कस्बों में जा जाकर नाट्य कार्यशाला लगाकर नाटक के माध्यम से बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रही है। बाल रंगमंच के माध्यम से बच्चों को निशुल्क नाटक,गीत-संगीत,चित्रकला सीख रहे हैं। बाल रंगमंच बच्चों के बेरंग दुनिया मैं रंग भरने का काम करती है।बच्चों के अंदर छुपी प्रतिभा को निखारना बाल रंगमंच का मुख्य उद्देश्य है। बाल रंगमंच का यह नाट्य कार्यशाला उन बच्चों को दिया जाता है। जिनके पास कोई संसाधन नहीं है वैसे बच्चों के बीच जाकर नाटक के माध्यम शिक्षित करने का काम कर रही है।
भारतीय नृत्य संगीत एवं विभिन्न कलाओं के उत्थान विकास एवं प्रसार हेतु कार्य करना। विभिन्न कलाओं का विभिन्न स्तर पर जैसे शहर कस्बा एवं ग्रामीण स्तर पर लोगों को प्रेरित करना एवं प्रचार-प्रसार करना। भारतीय नृत्य नाटिका,लोक-गीत, लोक नाटक एवं लोक गाथा को विभिन्न स्तर पर प्रचार प्रसार करना।
कला के माध्यम से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का विकास करना। समाज के कमजोर वर्गों के बीच इसकी स्थापना करना एवं कला के माध्यम से भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति का विकास करना। समाज के कमजोर वर्गों के बीच इसकी स्थापना करना एवं स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षित करना।ग्रामीण जीवन में लोक संगीत एवं लोक गायकों को प्रोत्साहित कर इसका प्रसार करना।भारतीय संस्कृति एवं लोक जीवन पर पटकथा का निर्माण करना एवं डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने हेतु संस्था का संलग्न करना एवं लुप्त होती भारतीय संस्कृति का पुनर्निर्माण करना।
पर्यावरण एवं वन्य प्राणियों के रक्षार्थ लोगों को जागरूक करना एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम संचालित करना।लोगों को स्वच्छ पेयजल शौचालय आदि उपलब्ध कराना। पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एवं उसे प्रदूषण रहित रखने के लिए सभी कारगर उपाय करना एवं उसके लिए व्यक्तिगत वानिकी एवं सामाजिक वानिकी की योजना को संचालित करना इस कार्य के लिए कार्यशाला आयोजित कर व्यापक स्तर पर प्रचार कार्यक्रम चलाना।ऊर्जा के विभिन्न अपपरंपरागत स्रोतों जैसे सौर ऊर्जा,पवन ऊर्जा,बायोगैस आदि का प्रचार विकास एवं उससे संबंधित यंत्रों की सुविधा दिलाना। ग्रामीणों को रसोई गैस की आपूर्ति की व्यवस्था करना।कमजोर तबके के लोगों को आवास हेतु कार्य करना।
शिक्षित बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार हेतु टंकण कला,आशुलिपि एवं कंप्यूटर का प्रशिक्षण देना। संगीत,नृत्य, चित्रकला एवं अन्य कला के प्रशिक्षण तथा प्रचार एवं प्रसार के लिए प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना करना एवं समय-समय पर संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
धर्म,जाति, संप्रदाय,रंग-भेद आदि के नाम पर फैलाये जा रहे विभेदों संकीर्णताओं पर अंकुश लगाना एवं समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार व शोषण का शमन एवं दमन करना। केंद्र तथा राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे हैंडीक्राफ्ट्स, ट्राइसम, आई•आर•डी•पी•पी•सी•, एस• जी•एस•वाई•, जे• डी•डब्ल्यू• सी• आर• ए•,सी• आर• एस• पी• आर• डब्ल्यू• ए एस•पी•, हुडको आदि जैसी योजनाओं को कार्यान्वित करना।
अज्ञानता के निवारण हेतु संपूर्ण साक्षरता अभियान व्यस्क शिक्षा अनौपचारिक शिक्षा के कार्यक्रमों का संचालन करना। एवं शिशु के लिए शिक्षण संस्थान का स्थापना एवं संचालन करना।
महिलाओं को रोजगार उन्मुख बनाने हेतु सिलाई,कटाई ,बुनाई , कशीदाकारी, एप्लिक,पेंटिंग ,गुड़िया निर्माण ,सौंदर्य एवं प्रसाधन के बारे में जानकारी एवं प्रशिक्षण देना। समाज के गरीब एवं निःसहाय महिलाओं एवं पुरुषों को स्वावलंबी बनाने हेतु लघु उद्योग,कुटीर उद्योग, गृह उद्योग, खादी ग्रामोद्योग के बारे में प्रशिक्षण देना एवं स्वावलंबी बनाने में मदद करना।
महिलाओं एवं शिशुओं के सर्वांगीण विकास हेतु बालबाड़ी,आंगनबाड़ी,पालना गिरी, पौष्टिक आहार केंद्र, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह का निर्माण करना एवं कार्यक्रमों का संचालन करना।
लोगों की स्वास्थ्य रक्षा हेतु स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देना एवं परिवार कल्याण का प्रचार-प्रसार पर परिवार कल्याण शिविर टीकाकरण शिविर का आयोजन करना। असाध्य रोग जैसे एड्स कुष्ठ यक्ष्मा कैंसर आदि के बचाव के लिए आवश्यक जानकारी एवं दवा उपलब्ध करना।तथा चिकित्सा केंद्र की स्थापना एवं संचालन करना। औषधि दुरूपयोग नशाखोरी के विरुद्ध व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाना।
बाल श्रमिक एवं विकलांग के कल्याण अर्थ कार्यक्रमों का संचालन करना एवं उनके लिए शिक्षा,चिकित्सा,आवास की व्यवस्था करना। विधवा,अनाथ बच्चे, महिलाओं,परित्यक्ताओं,वृद्धों के कल्याण अर्थ कार्यक्रमों का संचालन करना एवं उनके लिए शिक्षा चिकित्सा आश्रय स्थल की व्यवस्था करना।
देश की एकता,अखंडता,आपसी सद्भावना हेतु लोगों को जागरुक करना एवं पर्यटन विकास हेतु कार्यक्रम संचालित करना। बाढ़,अकाल,महामारी,सुखाड़, भूकंप एवं अन्य अकस्मिक आपदाओं में राहत कार्य करना।
समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे बाल विवाह,दहेज प्रथा, नशाखोरी,अंधविश्वास, जुआ खेलना आदि की रोकथाम हेतु कार्यक्रम संचालित करना।लोक शिक्षण के द्वारा समाज का सर्वांगीण विकास के लिए शांति,मैत्री,प्रेम,करुणा,न्याय एवं क्षमता की भावनाओं को जागृत कर जाति, वर्ण, लिंग,वेशभूषा देश प्रांत आदि का भेदभाव मिटाकर छुआछूत,मद्यपान, दहेज प्रथा का उन्मूलन के लिए उपयोगी ज्ञान का प्रचार करना। प्राचीन भारतीय संस्कृति के मूल विचारों आदर्शों तथा मूल्यों की पुनर्स्थापना के लिए सत्संग,गोष्टी, परिसंवाद आदि का आयोजन एवं इससे संबंधित साहित्य लेख आदि के माध्यम से संस्कृति एकात्मकता सर्वधर्म समभाव की भावना उत्पन्न कराकर सामाजिक कुरीतियों,प्रथम परंपराओं के घरों एवं धार्मिक संस्थानों में सुधार करने वास्ते ज्ञान का प्रचार करना।
उपभोक्ता संरक्षण,पंचायती राज,व्यस्क मताधिकार,स्वच्छता के बारे में लोगों को जागरूक करना। कामकाजी महिलाओं को रहने हेतु हॉस्टल,अवकाश गिरी, पालना घर आदि की व्यवस्था करना।नए समाज के निर्माण हेतु नशा मुक्ति केंद्र, परिवार परामर्श केंद्र,अनाथालय केंद्र संचालित करना। संस्था द्वारा साक्षरता दर की वृद्धि करने के लिए साक्षरता अभियान, सर्व शिक्षा अभियान एवं सतत शिक्षा केंद्र जैसे महत्वपूर्ण अभियान के माध्यम से शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण अभियान के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र को विकसित करना।
कृषि विकास हेतु कृषकों को आधुनिक कृषि तकनीक,कृषि उपकरण सिंचाई के उपयुक्त साधन आदि के बारे में जानकारी देना एवं उपलब्ध कराना।आर्थिक विकास हेतु खादी एवं ग्रामोद्योग का कार्य प्रारंभ करना कार्यों के लिए प्रोत्साहन एवं सहायता देना स्वयं संचालन करना।
शैक्षणिक विकास के लिए हिंदी,संस्कृत, अंग्रेजी तथा क्षेत्रीय भाषा के माध्यम से कला विज्ञान, वाणिज्य,वेद,वेदांग, कर्मकांड,धर्मशास्त्र,आयुर्वेद,संगीत,नाटक, वाद,हस्त,ललित,शिल्प, वक्तृत्व, व्यायाम, योग, लेखन आदि कलाओं आदि विषयों का प्रशिक्षण का कार्य करेगी तथा इसके लिए विद्यालय खोलेगी।
हरिजन,आदिवासी,पिछड़ा अति पिछड़ा आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग अल्पसंख्यक महिला, बालक, बालिकाओं तथा शिक्षित बेरोजगारों का सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक रोजगारोन्मुखी औद्योगिक व्यवसायिक भू-मापक शारीरिक शिक्षा, शिक्षण- प्रशिक्षण विषयों का सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार सैद्धांतिक तथा व्यवहारिक शिक्षण प्रशिक्षण देने का कार्य करेगी तथा इसके लिए प्रशिक्षण महाविद्यालय तथा केंद्र खोलेगी। सर्वजनिक हित के अनुकूल पुस्तकालय, वाचनालय, स्वाध्याय केंद्र,सामुदायिक भवन, अनाथालय ,समाज कल्याण भवन, सड़क, पार्क,बाजार- हाट, क्लब, कुँआ, तालाब,अस्पताल , विद्यालय ,महाविद्यालय आदि संस्थानों की स्थापना निर्माण संचालन और अनुरक्षण की व्यवस्था करेगी।
समाज में गरीब, बेरोजगार युवकों ,आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्गों, व्यवसायियों ,आर्थिक दृष्टि से कमजोर औद्योगिक संस्थाओं के उत्थान के लिए आर्थिक एवं तकनीकी सहायता दिलाने तथा आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ कराने संबंधी आवश्यक सहयोग का कार्य करेगी संस्था। अपने उद्देश्यों की पूर्ति हेतु संस्था कल्याण कोष की व्यवस्था करेगी जिसमें सामाजिक विकास एवं कल्याण के कार्य किए जाएंगे।
संस्था द्वारा तैयार किए गए सामग्रियों की बिक्री,संरक्षण,भंडारण,आयात निर्यात की व्यवस्था एवं इस हेतु बिक्री केंद्र,गोदाम,शीतगृह इत्यादि की व्यवस्था तथा वस्तुओं के मूल्यों का निर्धारण, विज्ञापन,प्रदर्शनों इत्यादि की व्यवस्था करेगी।
संस्था सर्वांगीण विकास के लिए पारस्परिक सहायता,सहयोग के जरिए समय एवं आवश्यकता अनुसार उन कार्यों को करेगी जो संस्था के उपर्युक्त उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हो तथा ऐसे अन्य काम जो उसकी प्राप्ति के लिए इष्टकर हो या उससे प्रसांगिक हो अथवा उसमें सहायक एवं सक्षम हो।